मोहन जेंवत छाक सलोनी || सखन सहित हुलसे दोऊभैया झटपट करते दोनी || १ ||
आछे आछे फलले चाखत चाहत हरिकी कोनी || परमानंदप्रभु कहत सखनसों पहिलेकरलेहु पोनी || २ ||